देख मेरे भारत की हालत
ये केसा हुआ जाता है
लगता है अब देख के इसको
ये अपंग हुआ जाता है
मना रहे सब आज़ादी का जश्न
कोई बिना जुल्म जेल में मर जाता है
केसा भारत जिसपर गर्व हो हमको
भाई ही भाई का खुनी हो जाता है
मानता है बीवी का जन्मदिन
और बाप घर में भूखा सो जाता है
मेरा भारत महान कैसे हो सकता है
जब इक अबला को लूटा जाता है
बंद करो ये जश्न-ए -आज़ादी जब तक
हर मुजरिम सजा ना पाता है
पहले आजाद करो खुद के मन को
फिर कहना भारत आज़ाद हमारा है।
................ भावना
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